LIC's JEEVAN SHANTI:(858)
सभी लोगों के लिये विचारणीय... एक व्यक्ति ने 1-08-2012 को एक राष्ट्रीयकृत बैंक में 40 लाख रुपये जमा किये थे। उसे प्रति माह 30,600/- का ब्याज मिल रहा था। ( जिस पर नियमानुसार टैक्स भी चुकाता था) वह इससे पिछले 8 सालों से वित्तीय रूप से बिना किसी चिंता के अपना जीवन यापन कर रहा था। आज 8 साल पूर्ण होने पर इस डिपॉजिट राशि ( 40 लाख रूपये ) को पुनः बैंक में जमा करवाया तो अब बैक उसे सिर्फ 17920/- प्रति माह ब्याज दे रहा है इस पर भी उसे नियमानुसार टैक्स चुकाना है। अब उसे 12,680/- प्रति माह का नुकसान है। ये उसे पहले मिल रहे ब्याज से 41% कम है। क्या कोई उसे बता सकता है कि वह किस तरह इस नुकसान की भरपाई करे? वह कहाँ अपना खर्च कम करे? दवाइयों पर?, आटे/दाल पर?, सब्जियॉ और दूध पर? किस पर... आखिर किस पर ........!!! लगातार रोजमर्रा उपयोग की चीजों, दाल, सब्जियां, चना, बेसन, दूध, प्याज और अब टमाटर के दाम रॉकेट की तरह ऊपर बड़ रहे है। वह आज नहीं समझ पा रहा है कि 41% मासिक ब्याज के नुकसान और बढ़ते रोजमर्रा के खर्चे और महंगाई में, अपनी आजीविका पहले की तरह सुचारू रूप से कैसे चलाये? ...